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Tuesday, 29 April 2014

कहानी " द अदर गाई "

आज के दौर में पारिवारिक जीवन के मापदंड और धारणाएँ बदल सी गई हैं । किसी समय पति -पत्नि दाम्पत्य जीवन के आधारस्तंभ कहलाते थे , अब एक नया नाम सुना " द अदर गाई - The other Guy " तो देखते हैं आज की इस रोचक कथा में कैसा बदलाव आया है ?

" यार , क्या करूँ कुछ समझ नहीं आ रहा है ? एक बार फिर से नए तरीक़े से नौकरी ढूँढनी पड़ेगी । कितने सालों से इस कंपनी में हूँ । हर बार इतना धंधा दिया । कई बिलियन डाँलर का मुनाफ़ा हर साल मिलता रहा कंपनी को मुझसे । लगातार चार साल से अवार्ड मिलता रहा है । पिछले साल ही तो मैनेजर बना हूँ । कितना कुछ पाया , कमाया , सब एक पल में ख़त्म । "

सिर पकड़ कर बैठा था मेरे सामने  मेरा मैनेजर " बीनू जोजफ " मैं समझ नहीं पा रहा था क्या करूँ ? या क्या कहूँ ? इस तरह मेरे सामने बैठकर कभी खुलकर बात नहीं हुई थी इससे । आज मुझे बुलाकर इस तरह , क्या मतलब है इसका ? मैं तो इसके जाने से मन ही मन ख़ुश भी हूँ । बाक़ी लोग भी मज़े ही ले रहे हैं ।
कोई भी पसंद नहीं करता इसे । साला अकड़ू ! जब देखो तब बिज़नेस दो , बिज़नेस दो । ज़बरदस्ती का टार्गेट  बढ़ा देगा ! ख़ुद पैसा बनाता है और बाक़ी लोगों को उल्लू ! अब ख़ुद पर पड़ी है तो बड़ा प्यार जताया जा रहा है । तेरी तो @?!#%$£ ।

" हाँ ! बीनू ! क्या हुआ ? आपने रिजाईन क्यूँ कर दिया ? वहाँ यू एस में भी आपके ना आने पर सब लोग पूछ रहे थे । आपकी बेस्ट डील की स्लाईड में से आपका नाम और फ़ोटो भी काट दिया गया था । ख़ुद विनय ( सेल्स डायरेक्टर ) भी दुखी थे आपका नाम हटा देखकर । कई मीटिंग में मुझे आपके साथ जाना था । पर मैं विनय के साथ गया । एकदम से ये डिसीजन क्यूँ ? आपका अवार्ड विनय के नाम पर शिफ़्ट हो गया । कहीं दूसरी जगह अच्छा जौब औफर मिला है क्या ? "

मैं भी पूरे मज़े ले रहा था । इस साले ने मेरी मार रखी थी पूरे तीन साल से । मेरी हायरिंग में भी कमीनापन दिखाया था । ए एक्स की जगह सेल्स रेप की पोज़ीशन दी थी , ताकि पैकेज कम रहे । नया बिज़नेस लाने के नाम पर अकाउंट हंट और कोल्ड कौल्स करवाई रात दिन । इसी काम के लिए इंजीनियरिंग करी थी क्या ? चलो कोई तो है इसकी ऐसी तैसी करने वाला । भगवान भला करे उसका जिसने इस मक्कार को यहाँ से हटाया । साला जाते -जाते भी अपना कमीनापन दिखाकर ही जा रहा है । मेरा सारा काम अपने खासमखास नौसिखिए हैदराबादी मुल्ले को पकड़ाकर जा रहा है । अकाउंट खोजें मैंने , पाइपलाईन मैंने बनाई , धंधा आने का टाईम आया तो ट्राँसफर कर दिया मुल्ले को ।

" हाँ बीनू ! कुछ कह रहे थे आप ? "

" रुको ! ज़रा दरवाज़ा बंद कर दूँ केबिन का । "

बीनू दरवाज़ा बंद करके आया , और अपनी बात कहने लगा ।

" वो यू एस में क्या हुआ सब बताओ मुझे । मेरे रिजाईन करने से क्या रिएक्शन था सबका ? वैसे मैं यूएस में ही नौकरी ढूँढ रहा हूँ । पिछले तीन साल से प्लान बन रहा था यू एस शिफ़्ट होने का । पर, हर बार मैं मना कर देता था । यहाँ घर ख़रीदा है । बच्चे का स्कूल है । अच्छी नौकरी है । सब कुछ अब बेचना पड़ेगा । सारे सपने !  सब नए सिरे से शुरू करना पड़ेगा । तुम्हारे तो कई दोस्त हैं अमेरिका में । कोई सेल्स में ओपेनिंग हो तो बताओ । वैसे वहाँ एक से एक धुरंधर बैठे हैं पर मैं इंडिया का बेस्ट बंदा हूँ । पता नहीं क्या गेम कर दिया विनय ने और कंट्री मैनेजर ने ?  मुझे यू एस में कंसीडर ही नहीं कर रहे हैं । बड़ा बुरा लग रहा है । जिस कंपनी के लिए इतनी मेहनत की , रिजाईन करने पर कोई मुझे पूछ ही नहीं रहा । "

मैंने भी मज़े लिए ।

" हाँ बीनू ! वैसे किसी ने यू एस में भी आपके बारे में ख़ास तवज्जो नहीं दी । किसी ने ज़िक्र ही नहीं किया आपके बारे में । सब इन्जॅाय कर रहे थे । जब आदमी सिस्टम से बाहर हो जाता है तब उसकी किसी को परवाह ही नहीं रहती । जब तक आप सिस्टम में हैं लोग आपको पूछते रहते हैं । वैसे आपके जाने से विनय को ज़्यादा फ़ायदा हो रहा है । ( मैंने चुटकी ली ) हाँ ! विनय को दुख भी है , यू एस में आपकी बेस्ट डील में फ़ोटो और नाम हटाने का ख़ुद उसे भी पता नहीं था । पर आपका अवार्ड उसे मिलने से इममीडिएट मौनीटरी बेनिफिट तो उसे ही मिला है । वैसे मेरा मकान मालिक बहुत बड़ी कंपनी का सी ई ओ है । आज के टाईम्स औफ इण्डिया न्यूज़ पेपर में उसने यू एस में टेक्निकल सेल्स डायरेक्टर की ओपेनिंग निकाली है । आप कहें तो मैं बात करूँ ? "

बीनू के चेहरे पर मुस्कान आई । लैपटॉप पर झट से जौब प्रोफ़ाईल सर्च करने लगा । मैंने कंपनी का और अपने मकान मालिक सी ई ओ का नाम बता दिया । पर शायद कंपनी की वेबसाईट पर जौब अपडेट नहीं था सो आज का पेपर मैंने उसकी ओर बढ़ा दिया । पेपर की कटिंग लेकर उसने बड़े ही भरोसे से उसने मेरी ओर देखा और मेरा हाथ पकड़ कर बोला ।

" सुनो अमन !  यह बात इस कमरे से बाहर नहीं जानी चाहिए । मैंने ही तुम्हारी हायरिंग की थी । वैसे दस साल से कम के एक्सपीरियंस वाले को हम हायर नहीं करते थे पर तुम्हारी क़ाबिलियत को मैंने परखा । "

मन से इतनी गालियाँ निकली पर चुपचाप सह गया , अब नौकरी छोड़कर जा ही रहा है तो बोल लेने दो साले को । वैसे मेरे साथ छत्तीस का आँकड़ा रहा है साले का । सब कहते थे कि बीनू की जगह अमन को ही मिलेगी । मेरे आने से इसके अवार्ड भी छिन गए । अब स्टार परफौर्मर मैं हूँ । ये जाए तो नए तरीक़े से मौक़ा मिलेगा ।

उधर बीनू कह रहा था ।

"  विनय और कंट्री मैनेजर को भी पता है कि मैंनें उनकी इज़्ज़त बचाई । तीन साल से ओवर अचीव किया टारगेट , उन्हें भी पैसे बनाने का मौक़ा दिया । अब आज ये यू एस के औफिस में नाम भी नहीं कंसीडर कर रहे ! मैं चाहूँ तो कौंपीटीटर को ज्वाइन कर सकता हूँ , फिर इनकी ऐसी तैसी कर दूँगा । सारा बिज़नेस चौपट हो जाएगा । वो तो मेरी मजबूरी है यू एस जाना । कोई अपने मन से नहीं जा रहा हूँ मैं । मेरी बीवी की कंपनी से उसको तीन साल के लिए यू एस भेज रहे हैं । स्पाउस के लिए भी वर्क वीज़ा मिल जाएगा । पिछले कई सालों से टाल रहा था मैं । पर इस बार " द अदर गाई , वौन्टेड टु गो टू यू एस डेस्परेटली । " एक छोटा बेटा है । उसकी परवरिश कैसे होगी ? अगर परिवार छोड़ता हूँ तो नौकरी का क्या फ़ायदा ? किसके लिए कमाऊँगा ?  सो मन ना रहते हुए भी जाना पड़ रहा है । अब वहीं जाकर नौकरी ढूँढता हूँ ।"

तो यह अदर गाई यानी बीनू की बीवी का किया सारा ड्रामा है । मन ही मन बहुत हँसी आई कि और लो मज़े हमारे । असली मज़े तो तुम्हारी बीवी ले रही है । शुक्र है मैंने अपनी बीवी की नौकरी छुड़वा दी । नहीं तो , उसकी नौकरी के चक्कर में मेरी फ़ज़ीहत भी होनी ही थी । घर आओ बच्चा संभालो , या मेड के भरोसे रखो । बच्चे बड़े होते तो हैं पर माँ बाप को इज़्ज़त देना भूल जाते हैं । जब आप नौकरी करोगे तो औलाद पैदा ही क्यों करते हो ? ख़ैर ! बीनू की हालत बड़े ही अच्छे से समझ आ रही थी । इससे पहले कि वो अपनी अदर गाई के बारे में कुछ और बात छेड़कर इमोशनल हो , मैं निकल लिया ।

" बीनू ! मेरे घर से फ़ोन आ रहा है । चलता हूँ । तुम्हारे यू एस के करियर के लिए बेस्ट औफ लक । मेरी कोई ज़रूरत हो तो बताना । मेरे लिए भी नौकरी हो तो ढूँढ देना । वैसे वहाँ अगर मियाँ बीवी दोनों काम ना करें तो , हैंड टु माउथ वाली परिस्थिति हो जाती है । मेरे दोस्त की बीवी काम नहीं करती । वे लोग एक कमरे के मकान में रहते है । 7000$ मिलता है , 2000$किराया है , 1000$ कार का लोन , 2000$ घर ख़र्च के , 1000$ पेट्रोल के बाक़ी बचा एक हज़ार डॉलर , उससे ज़्यादा तो इण्डिया में रहकर सेविंग हो जाती है । "

यह सुनकर बीनू उदास होकर बोला ।

" यार तुम्हारी कैलकुलेशन तो बड़ी पक्की रहती है । आई विल टेल अबाउट दिस टु दी अदर गाई । "

मैं चुपचाप हाथ मिलाकर बाहर आ गया । सारे कुलीग्स का ध्यान मुझपर था ।

" क्या बातें हुई पिछले एक घंटे से बंद कमरे में , वो भी बीनू के साथ ।"

संगीता ने पूछा ।

मैंने मुस्कुराते हुए कहा ।

" कुछ नहीं इस बार बीनू की अदर गाई ने मार ली है सो वो शौक़ में है ।"

सब खिलखिला कर हँस पड़े । मैं भी हँसता हुआ अपनी बीवी को सारी बात बताने के लिए फ़ोन उठाकर कार की पार्किंग की ओर बढ़ गया ।

पूजा रानी सिंह


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